BHU MMV द्वारा आंतरिक गुणवत्ता आश्रासन प्रकोष्ठ द्वारा ऑनलाइन डेवलपमेंट कार्यक्रम का हुआ आयोजन
वाराणसी / महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्रासन प्रकोष्ठ (MMV) द्वारा ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेन्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ 18 अक्टूबर 2021 को किया गया जो 23 अक्टूबर 2021 तक चलेगा। छः दिवसीय इस कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक प्रो0 वी.के. शुक्ला (प्रभारी कुलपति, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) हैं। वहीं इस कार्यक्रम की संरक्षिका प्रो0 इनु मेहता, प्राचार्या, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय हैं। कार्यक्रम की शुरूआत मालवीय जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करके हुई।
तत्पश्चात कुलगीत का गायन पॉलोमी द्वारा किया गया। प्राचार्या ने प्रो0 शुक्ला सर का स्वागत के साथ-साथ आज के सत्र के मुख्य वक्ता प्रो0 ए.वैशम्पायन जी, एमिरेट्स प्रोफेसर, जेनेटिक्स एण्ड प्लान्ट ब्रिडिंग एवं वाईस चेयरमेन, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का परिचय भी सभी प्रतिभागियों से कराया।
उन्होंने इस कार्यक्रम की महत्ता एवं प्रासंगिकता की चर्चा आज के सन्दर्भ में की। कुलपति प्रो0 शुक्ला ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यांयन परिषद् (छ।।ब्) के नवीन संशोधित प्रारूप की चर्चा के साथ-साथ यह कार्यक्रम कैसे संस्थागत मूल्यांकन और प्रत्यायन के संशोधित प्रक्रिया में मददगार सिद्ध होगी की भी चर्चा की।
प्रथम सत्र पाठ्यक्रम पहलू पर आधारित था। इस सत्र की संयोजिका प्रो0 रीता सिंह एवं सह संयोजक डॉ0 धीरज कुमार, समाजशास्त्र अनुभाग, महिला महाविद्यालय थे। पहले सत्र के वक्ता प्रो0 ए. वैशम्पायन जी ने पाठ्यक्रमों के विभिन्न पहलुओं एवं घटकों की चर्चा विस्तृत रूप से की। उन्हाेंने पाठ्यक्रम, रचना एवं विकास, पाठ्यक्रम योजना तथा क्रियान्वयन, शैक्षणिक लोचशीलता, पाठ्यक्रम संवर्धन एवं प्रतिक्रिया प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी।
इस सत्र की संयोजिका प्रो0 रीता सिंह ने प्रतिभागियों के प्रश्न के उत्तर सत्र के अंत में दिए तथा पाठ्यक्रम निर्माण में भारतीय ज्ञान परम्परा पर भी जोर दिया।
छः दिवसीय इस कार्यक्रम की संयोजिका प्रो0 नीलम श्रीवास्तव, समन्वयक एवं भौतिकी विभाग, महिला महाविद्यालय, एवं सह संयोजिका डॉ0 सबीना बानो तथा डॉ0 अपाला शाह, भूगोल अनुभाग, महिला महाविद्यालय वहीं आयोजन सचिव डॉ0 राकेश पाण्डेय एवं डॉ0 गणेश मौर्या हैं। डॉ0 अपाला साहा ने कार्यक्रम का संचालन किया वहीं डॉ0 सबीना बानो ने फीड बैक फॉर्म के बारे में प्रतिभागियों को बताया। डॉ0 भानू प्रताप सिंह, डॉ0 गणेश एवं अन्य सदस्यों की भागीदारी रही।
अंत में प्रो0 नीलम श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन