नव संवत्सर पर सुर संगीत की धारा बही, कलात्मिका संगीतालय में हुआ आयोजन

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वाराणसी /रोहनिया l भारतीय नव संवत्सर पर कलात्मिका संगीतालय अवलेशपुर में नवोदित और नामचीन कलाकारों ने संगीत और स्वर के माध्यम से नए वर्ष का अभिनंदन किया। तबला वादक पंडित बद्रीनारायण के द्वारा सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उन्होंने इस तरह के आयोजन को भारतीय संस्कृति के लिए उत्तम बताया। काशी सेवा शोध समिति के सचिव डॉ टी पी सिंह ने कहां की संगीत एक औषधि के समान है जो तन और मन को स्वस्थ रखती है।हैप्पी मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य प्रवीश सिंह ने कहा कि नई पीढ़ी के छात्रों को संगीत में रुचि लेने से यह विधा आगे बढ़ेगी

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कार्यक्रम में रुद्रांश उपाध्याय ने तबला वादन कर ईश स्तुति की। श्रीमती प्रियंका उपाध्याय ने राग रागेश्वरी व देवी पचरा प्रस्तुत किया। आरपी सिंह ने राग मधुवंती और डॉक्टर ओमकार उपाध्याय ने राग रागेश्वरी तथा चैती गीत प्रस्तुत किया। कलाकारों के साथ तबले पर संगत आचार्य राहुल देव पंकज ने किया। इस दौरान यहां पर हिंदी 1980के दशक के भोजपुरी फिल्मों के लेखक बी बी मौजी,रमेश चंद्र श्रीवास्तव,सत्यनारायण श्रीवास्तव, बलवंतजी,शेखर आकाश,श्याम, मोहित अंशु आदि उपस्थित रहे।