Guru Purnima: गुरु भक्ति का सबसे अनोखा रंग,मुस्लिम महिलाओं नें पखारे पांव आरती उतार कर ऐसे मनाया गुरु पूर्णिमा

Guru Purnima: गुरु भक्ति का सबसे अनोखा रंग,मुस्लिम महिलाओं नें पखारे पांव आरती उतार कर ऐसे मनाया गुरु पूर्णिमा

वाराणसी: देशभर में गुरु पूर्णिमा का महापर्व मनाया जा रहा है.इस महापर्व पर बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस में गंगा जमुनी तहजीब की अनोखी तस्वीर दिखाई दी.गुरु पूर्णिमा पर बनारस में गुरु भक्ति का सबसे अनोखा रंग देखने को मिला.बुरखा पहनी मुस्लिम महिलाएं गुरु की भक्ति में डूबी नजर आई.महिलाओं ने पहले गुरु के पांव पखारे फिर आरती उतार कर पूरे विधि विधान से उनकी पूजा की.

हाथ में आरती की थाली और जुबां पर गुरु भक्ति का मंत्र...ये तस्वीरें है वाराणसी के पातालपुरी मठ की.यहां दर्जनों मुस्लिम महिलाओं ने मठ के पीठाधीश्वर स्वामी बालक दास महाराज की पूरे विधि विधान से पूजा की.इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने पहले उन्हें माला पहनाया फिर आरती उतारी और इसके बाद पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया.इस दौरान वेद मंत्र की गूंज से पूरा मठ गूंजता रहा.इस नजारे को हर किसी ने अपने मोबाइल फोन में कैद किया.

हर धर्म में गुरु पूजा का विधान

मठ के पीठाधीश्वर बालक दास ने बताया कि गुरु पूजा का विधान हर धर्म में है और आज का दिन गुरु पूजा के लिए ही समर्पित होता है.हमारे यहां किसी धर्म या मजहब का बंधन नहीं है.इसलिए हिन्दू सनातनियों के अलावा मुस्लिम भक्त भी यहां गुरु पूजा के लिए आते है.

151 मुस्लिमों ने ली दीक्षा

उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा के महापर्व पर आज पहली बार मठ में 151 मुस्लिमों ने गुरु दीक्षा भी ली है.ये पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिमों ने गुरु पूर्णिमा पर गुरु दीक्षा ली है.