पंडित दीनदयाल उपाध्याय को अनोखी श्रद्धांजलि,पेंटिंग बनाकर किया याद, लोगों से की अपील
वाराणसी l काशी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 55 वी पुण्यतिथि पर वाराणसी के पड़ाव स्थित स्मृति स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें हवन पूजन, पेंटिंग प्रतियोगिता,कवि सम्मेलन, एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के संयोजक हेमंत राज ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान द्वारा वाराणसी के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है । इस प्रतियोगिता में बच्चे पं दीनदयाल उपाध्याय और जी 20 पर आधारित पेंटिंग बना रहे हैं। एवं आज पंडित जी के पूण्यतिथि पर हवन पूजन कर उसके आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना की गयी। काशी के प्रसिद्ध कवियों द्वारा कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया ।
सेवाभाव पहली प्राथमिकता
वाराणसी के MLC लक्ष्मण आचार्य ने पं दीनदयाल उपाध्याय को याद करते हुए कहा कि आज भारतीय जनसंघ के सहसंस्थापक की पुण्यतिथि है। आज हम सब कार्यकर्ता हवन के माध्यम से एवं उन्हें पुष्पांजलि करके उनके किए कार्यों को स्मरण कर रहे हैं। आज उनके स्मृति स्थल पर बच्चे पेंटिंग बना रहे हैं। यहां कई कार्यक्रम चल रहा है गोष्टी हो रही है देश भर में आज समर्पण का कार्य चल रहा है। पंडित जी ने सिद्धांत दिया था कि राजनीति केबल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं है , "राजनीति सत्ता के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े अंतिम व्यक्ति का विकास कर सके उत्थान कर सके" अपने अंदर सुधार कर सकें या एक सशक्त माध्यम है। पंडित जी ने यह जो संदेश दिया आज वह संदेश और यह कैसे होगा उसके लिए भी सूत्र दिया है । "खाएंगे घर का करेंगे समाज का" अपने घर का खाकर समाज की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि पंडित जी के विचारों पर चलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योगी आदित्यनाथ जी और करोड़ों कार्यकर्ता उसी रास्ते पर चल के खाएंगे घर का करेंगे समाज का इस मंत्र को लेकर समाज की सेवा में लगे हुए हैं। और वही कारण है कि आज देश की समृद्धि और विकास सब कुछ हो रहा है। उन्होंने कहा कि समर्पण दिवस हम अपने निजी खर्चों की कटौती कर यह कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
पेंटिंग प्रतियोगिता में सम्मिलित हुए बच्चो ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हम इस पेंटिंग प्रतियोगिता में शामिल हो रहे जिसमें हम पं दीनदयाल उपाध्याय और जी 20 पर आधारित पेंटिंग बना रहे और इसमें हम पंडित जी के संदेशों को दर्शा रहे हैं । जिससे लोग उनको आदर्शों और जीवनशैली को जान सके ।