कोरोना महामारी के शमन एवं विश्वकल्याण के लिए किया जाएगा लक्ष्य चंडी महायज्ञ
वाराणसी / वैश्विक कोरोना महा मारी के प्रकोप के शमन तथा विश्वकल्याणअर्थ परम पूज्य अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज के सानिध्य में 51 दिवसीय 100 कुंडीय श्री लक्ष चंडी महायज्ञ प्रथम बार मोक्ष दायिनी नगरी काशी के केदारखंड के संकुल धारा खोजवा स्थित द्वारकाधीश मंदिर में किया जा रहा है पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित जी काशी के आचार्यत्व एवं डॉ सज्जन प्रसाद तिवारी जी की देखरेख में 500 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा महायज्ञ संपादित कराया जाएगा जिसमें सौभाग्यशाली 100 यजमान भागीदारी करेंगे।
प्रेस वार्ता में स्वामी श्री प्रखर जी महाराज ने बताया महायज्ञ से जो शक्तिशाली आध्यात्मिक ऊर्जा सृजीत होगी उसके फलस्वरूप कोरोना महामारी के शमन के साथ-साथ संकल्पित उद्देश्यों के सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित है महायज्ञ के उद्देश्यों के विषय में स्वामी जी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भारत राष्ट्र सदैव विश्वगुरु रहा है परंतु आधुनिकता की दौड़ में धार्मिकता की गति मंद पड़ रही है सांस्कृतिक नगरी काशी की पावन भूमि पर महायज्ञ के द्वारा भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना भारत की आंतरिक एवं सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना वैश्विक आतंकवाद का समूल नाश के साथ राष्ट्र के सर्वांगीण विकास की कामना भगवान विश्वनाथ एवं माता अन्नपूर्णा से की जाएगी।
इस प्रेस वार्ता में महायज्ञ समिति के अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार खेमका जी कोषाध्यक्ष श्री सुनील नेमानी जी सचिव श्री संजय अग्रवाल जी सहित सर्व श्री विकास भाव सिंह नवीन महेश्वरी एसएस अग्रवाल अनिल भाव सिंह का अमित पसारी विवेक डेरोलिया मनमोहन अग्रवाल कौशल राज शर्मा अनूप सर्राफ दयानंद पांडे शशि भूषण त्रिपाठी प्रदीप शर्मा कृष्ण गोपाल तुलस्यान डॉ राजीव अग्रवाल राजीव पाल कृष्ण चौहान सूर्य प्रकाश पटेल राजेश अग्रवाल अजय कुमार अनित शारडा राकेश तिवारी अनिल अरोड़ा आदि उपस्थित रहे।
वाराणसी से अरविंद वर्मा की रिपोर्ट