काशी के शिवलिंग की देशभर में बढ़ी डिमांड,जानें क्या होता है खास

काशी के शिवलिंग की देशभर में बढ़ी डिमांड,जानें क्या होता है खास

वाराणसी: सावन (Sawan) के महीने में काशी (Kashi) के स्टोन आर्टिस्ट के अच्छे दिन आ गए है.बनारस में झांसी के स्टोन से बने शिवलिंग देशभर में धूम मचा रहे है.बनारस के कारीगरों के पास अलग अलग राज्यों से इसकी डिमांड आ रही है. स्टोन आर्टिस्ट की माने तो वाराणसी (Varanasi) में काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) के निर्माण के बाद अचानक इसके डिमांड में तेजी आई है और सावन के महीने में इसके ऑर्डर दोगुने तक बढ़ गए है.

झांसी के पत्थरों की बात करें तो ये दूसरे पत्थरों से सॉफ्ट होते है जिससे शिवलिंग को आसानी से कारीगर शेप देते है.स्टोन आर्टिस्ट संतोष कसेरा ने बताया कि झांसी से आने के बाद शिवलिंग के साइज के हिसाब से पत्थरों को काटा जाता है.उसके बाद उसे कर्व किया जाता है.इसके बाद निडिल के जरिए उसकी कार्विंग होती हैं और फिर पॉलिश के बाद इसे फाइनल शेप दिया जाता है.

बाबा विश्वनाथ का स्वरूप मानते है लोग

स्टोन आर्टिस्ट ने बताया कि पहले भी काशी के शिवलिंग पूरे देश में डिमांड आती थी.लेकिन मौजूदा समय में अब इसकी डिमांड दोगुनी से ज्यादा बढ़ गई है जिससे कारण इस काम को छोड़ चुके कारीगर भी वापस लौट कर इस काम को कर रहें है और इसके बदले उन्हें अच्छे खासे पैसे भी मिल रहे है. बता दे कि वाराणसी में बने इन शिवलिंग को लोग काशी विश्वनाथ का स्वरूप मानकर पूजते है.सबसे ज्यादा डिमांड दक्षिण भारत के राज्यों से इस शिवलिंग की है.