काशी में बजट को कुछ ने सराहा, कुछ ने कहा-महंगाई व रसोई गैस से परेशान लोगों को नही मिली राहत
तौफ़ीक़ खान
वाराणसी। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश किये जाने के बाद व्यापारियों व आम लोगों में प्रतिक्रिया होने लगी हैं।काशी में महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनीता सोनी ने बजट को सराहा और देश के विकास में मील का पत्थर बताया।तो वही कुछ गृहणियां ज्यादा खुश नही हैं।समाजसेवी डोली ने कहा कि मध्यम व गरीब वर्ग के लोगों का कहना है कि महंगाई का बजट में ध्यान नही रखा गया।
बजट को लेकर भाजपा से शिवपुर विधानसभा सीट से मीडिया प्रभारी मुमताज बनो ने कहा कि डिजिटल इंडिया को देखते हुए बजट पेश किया गया है।पहले इंडिया डिजिटल हो जाती तब ऐसा बजट देते। बायो गैस सस्ता किया गया लेकिन हर घर में बायोगैस पहुंचा नही है। इससे गृहणियों को क्या रहत मिलनेवाली है।पहले से ही घरों का बजट बिगड़ा था।उम्मीद थी कि सरकार इस बार महिलाओं को राहत देगी।मगर ऐसा नही हुआ। रसोई घर का बजट बिगड़ता जा रहा है। रसोई गैस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। पिछली बार के बजट से भी महिलाएं नाखुश थीं। इस बार भी उन्हें खुशी नही मिली। वित्तमंत्री महिला है और उन्हें महिलाओं के बजट पर ध्यान देना चाहिए था।
बच्चों का खिलौने और साइकिल सस्ती है। इससे थोड़ी राहत है लेकिन रसोई गैस के बजट पर ध्यान नही दिया गया।लवली सेठ ने कहाकि चुनाव की दृष्टि से महिलाओं व महंगाई पर ध्यान नही रखा गया है।बजट देशहित में है,लेकिन महंगाई पर ध्यान नही दिया गया।अधिवक्ता जोजो सिंह ने बताया कि बजट में कई जगह राहत मिली है।आयकर छूट देकर सरकार ने राहत दी है। जीएसटी से व्यापारी परेशान हैं उसमें राहत मिलनी चाहिए थी।आयकर में छूट देकर बैलेंस करने का प्रयास किया गया है।वही इवेंट आर्गेनाइजर पिंकी ओझा ने कहा कि महंगाई मुख्य मुद्दा था लेकिन उस पर ध्यान नही दिया गया। आटा, गेंहू घरेलू सामानों को सरकार ने नही छोड़ा।बजट अच्छा और फायदेमंद है।यह बजट देश को आगे बढ़ानेवाला है।