चुनाव में महिलाओं पर हुए अत्याचार के विरोध में निकला मशाल जुलूस...

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वाराणसी। उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावों में महिला प्रत्याशियों व प्रस्तावकों पर अश्लील हिंसा व अत्याचार योगी सरकार के लिए शर्म की बात है। शर्म की बात इसलिए भी है कि यह कार्य प्रशासन के नाक के नीचे व पुलिस की मौजूदगी में सवेंदनशील जिला तहसील मुख्यालय पर हो रहा है। लखीमपुर खीरी, हाथरस, आजमगढ़ व चन्दौली जिलों में महिलाओं पर हो रहे अश्लील हिंसा व अत्याचार के खिलाफ मशाल जुलूस निकालने के दौरान पूर्व वाराणसी लोकसभा प्रत्याशी शालिनी यादव ने कही।

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में राजीव गांधी ने महिलाओं को आरक्षण दिया किन्तु आज भाजपा की प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में महिलाओं के चीरहरण करा रही है ताकि कोई बीजेपी विरोधी महिला नामांकन करने या प्रस्तावक बनने की हिम्मत न कर सके। किन्तु हम महिलाएं इनसे डरने वाले नहीं हैं इनके हर जुल्म को सहते हुए इनका विरोध जारी रखेंगे और लोकतंत्र में अपना हिस्सा लेके रहेंगे।

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इसके पहले आजाद पार्क लहुराबीर पर महिलाओं ने इकट्ठा होकर योगी सरकार व पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की व इसके पश्चात मशाल जुलूस निकाला। उनके हाथों में कुछ चर्चित नारों की तख्तियाँ भी थी जिस पर योगी का देखी रामराज, चिरहरण हुआ नारी का योगों में पहरादारी का, महिलाओं पर अत्याचार, मौन शासन मूक प्रशासन लुट रही नारी सिर्फ भाषण आदि नारे लिखे थे। मशाल जुलूस व धरना प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाओं के अलावा सपा नेता शामिल रहे। 

जिनमें मुख्य रूप से रेखापाल, उमा यादव, सुजाता यादव, प्रिया, रितिकारानी, अंजू सिंह ,प्रिया राज अग्रवाल, पुनम दूबे, प्रिया यादव, खुर्शीदा बानो, छाया , पुतुल यादव, राजकुमार जायसवाल, पार्षद हारुन अंसारी , सन्दीप चौरसिया वार्ड सात नई बस्ती पाण्डेयपुर प्रभारी , अजय प्रकाश एससी एसटी महानगर अध्यक्ष, मनीष यादव , मनोज यादव , विनोद यादव, शुभम सेठ गोलू ,कन्हैया यादव, सहित इत्यादि लोग शामिल रहे।

रिपोर्ट विशाल कुमार