हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय बंद होने से नाराज दिव्यांग छात्रों का प्रदर्शन...

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वाराणसी। विकलांग अधिकार संघर्ष समिति द्वारा श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय के बंद होने के खिलाफ दृष्टिबाधित छात्रों ने बीएचयू सिंह द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। 

सभा को संबोधित करते हुए राजकुमार ने कहा कि अन्ध विद्यालय बंद होने के कारण पांच राज्यों यूपी, बिहार,मध्यप्रदेश, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ के छात्र प्रभावित होंगे।

 सरकार हम विकलांग छात्रों को दिव्यांग कहकर दया न दिखाए बल्कि हम विकलांग, दृष्टिबाधित छात्रों को उनका हक दिया जाए। पूरे उत्तर प्रदेश में कुल केवल 5 अन्ध विद्यालय है, जिसमें वाराणसी का सबसे बड़ा 250 सीटों का विद्यालय है जो सेवा स्मृति ट्रस्ट द्वारा संचालित होता है लेकिन आर्थिक तंगी का हवाला देकर कक्षा 9 से 12 तक बंद किया जा चुका है। 

विद्यालय में नए छात्रों का प्रवेश नहीं हो रहा। ऐसे में हम बनारस भर के सभी छात्रों, नागरिकों से अपील करते हैं कि विकलांग छात्रों के अधिकार के लिए साथ आइये। 

अन्ध विद्यालय को सरकार द्वारा अनुदान भी प्राप्त होता है। पहले 75% प्रतिशत अनुदान प्राप्त होता था लेकिन सरकार द्वारा विकलांगों को दिव्यांग कहे जाने के बाद 2014 से यह अनुदान कट कर 50% हो गया और 2019-20 में सरकार से अनुदान भी बंद हो गया। 

वक्ता शशिभूषण ने कहा कि जहां दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं के लिए तमाम विद्यालय खोने जाने चाहिए वहां मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में कोई अन्ध विद्यालय बंद किया जाना बहुत दुःखद और शर्मनाक है।

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छात्रों ने मांग किया कि इस अन्ध विद्यालय को सरकार पूर्णतया अपने अधिकार क्षेत्र में ले और हमें हमारा अधिकार भीख या सेवा के बजाय अधिकार बोध के साथ प्रधान किया जाए। 

विद्यालय से निकाले गए छात्रों को वापस दाखिल किया जाए और उनकी कक्षाओं और परीक्षाओं का उचित प्रबंध किया जाए। 

तत्काल प्रभाव से विद्यालय को पुनः संचालित किया जाए।

   

सभा में मुख्य रूप से मनदीप, राजकुमार, राकेश,प्रवीण, अनिरुद्ध,आकाश,भोले, विजय, सचिन,रविन्द्र,आशुतोष पांडेय,राहुल, अनंत, मुरारी, उमेश, अर्जुन,सुग्रीव, अंगद आदि दर्जनों छात्र मौजूद थे।

विशाल कुमार मौर्य की रिपोर्ट