बीएचयू के डॉक्टर पर मुकदमा हुआ दर्ज, सोशल मीडिया पर भगवान परशुराम की गोड़से से की थी तुलना...
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय आईएमएस कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओमशंकर को भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम को गोड़से से तुलना करना भारी पड़ गया है। उनके द्वारा फेसबुक पर लिखे गए पोस्ट को आधार बनाकर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता और बीएचयू विधि संकाय के पूर्व छात्र सौरभ तिवारी ने मुकदमा कायम करवा दिया है। सौरभ तिवारी की तहरीर पर लंका पुलिस ने जाति-समुदाय के बीच वैमान्यस्ता फैलाने, धार्मिक भावनाएं आहत करने और आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी है।
अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने बताया कि भगवान परशुराम विष्णु के छठवें अवतार है। भगवान परशुराम में आस्था रखने वालों की संख्या करोड़ो में है। डॉ. ओमशंकर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गोली मारने वाले गोड़से से परशुराम की तुलना करना न केवल निंदनीय है बल्कि आस्था को आहत करने और जाति-समुदाय के बीच वैमान्यस्ता फैलाने वाला कृत्य है।
इसके पहले भी है कि डा. ओम शंकर ने बीएचयू के संस्थापक व भारतरत्न पंडित मदनमोहन मालवीय को फेसबुक पर भिखारी कहकर संबोधित किया गया था। जिससे छात्रों में बेहद रोष था।
कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओमशंकर ने एफआईआर दर्ज होने के बाद अपना पक्ष रखते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है। फेसबुक एक सशक्त माध्यम है। हमें जो विचार में आया मैंने लिखा और उन्हें समझ आया तो उन्हें एफआईआर करवाई।