हेडकांस्टेबल की बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत
वाराणसी। लालपुर-पांडेयपुर थाने पर तैनात हेडकांस्टेबल चालक यशवंत सिंह की गुरुवार की सुबह बीएचयू ट्रामा सेण्टर में इलाज के दौरान मौत हो गयी। हेडकांस्टेबल ट्रामा सेंटर में 19 दिनो से जीवन और मौत से जूझ रहे थे। उन्होंने 23 अप्रैल की भोर में नाइट ड्यूटी समाप्त होने के बाद सरकारी जीप में खुद को गोली मार ली थी। गोली लगने से उनके सिर का एक हिस्सा उड़ गया था। जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधवाया था।
सुसाइड नोट बेटे को किया था व्हाट्सएप
जानकारी के मुताबिक नाइट ड्यूटी समाप्त कर यशवंत सिंह को सहकर्मियों ने 23 अप्रैल की सुबह चाय पीने के लिए कहा। वह सरकारी थाने की जीप में ही बैठे रहे और चाय पीने से मना कर दिया। थोड़ी ही देर में गोली चलने की आवाज सुनकर पुलिसकर्मी दौड़े तो खून से लथपथ यशवंत सिंह को देख अवाक रह गए और पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। बताया जा रहा है कि नाइट ड्युटी करके वह थाने के पीछे गाड़ी खड़ी करने के बाद अपने बेटे को व्हाट्सएप्प किया था जिसमे उन्होंने छुट्टी के लिए थाना प्रभारी द्वारा प्रताड़ित किये जाने की बात कही थी। घटना के एक दिन पहले ही वो अपने गांव से लौटे थे। यशवंत सिंह पवनी खुर्द थाना मेंहनगर जनपद आजमगढ़ के निवासी हैं।