वाराणसी की उपनगरी रामनगर में हो रहा है आज भी सौतेला व्यवहार...
वाराणसी।रामनगर
बीते दिनों सरकार द्वारा यह घोषणा की गई थी की रामनगर से लंका वाया कैंट के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन किया जाएगा जिससे रामनगर के नागरिकों को काफी सुविधा हो जाएगी लेकिन यह सिर्फ घोषणा मात्र ही रह गया इस पर सरकारी अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं हुआ जिस उपरांत यहां के नागरिकों को किराए को लेकर आज भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इस महंगाई भरे समय में जनता को किराया का भारी मार सहना पड़ रहा है जब सरकार के द्वारा घोषणा हुई तो नागरिकों में एक खुशी का माहौल छा गया कि अब किराए से थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन यह सिर्फ अखबार के पन्नो में ही सीमित रह गया। धरातल पर इसका कोई भी परिणाम देखने को नहीं मिला जिस उपरांत रामनगर में बड़े-बड़े नेता जनप्रतिनिधि होने के बाद भी सत्ता पक्ष रामनगर को हमेशा सौतेले व्यवहार से नवाजा है रामनगर की जनता गरीब मजदूर छात्र कामकाजी महिला पुरुष यात्री राहगीर इन सभी के लिए यह सरकार द्वारा सुविधा मुहैया कराया गया था लेकिन आज के समय में यह सुविधा सिर्फ सरकारी पन्नो पर ही है।
बीते दिनों रामनगर के युवा समाजसेवी कृपा शंकर यादव ने किराए के ऊपर काफी चर्चा में रहे, जिन्होंने रामनगर से पढ़ रहे छात्र छात्राएं के ऊपर किराए का भार पड़ रहा था उसके लिए उन्होंने कमिश्नर तक बात पहुंचाई। जिस पर सरकारी अधिकारियों द्वारा आश्वासित किया गया कि किराए के ऊपर कमर कसी जाएगी लेकिन यह पेपर मात्र तक सीमित रहा।
वही पीएचडी रिसर्च स्कॉलर आनंद कश्यप ने आज फिर पुनः सरकार को वह सरकारी अधिकारियों को ट्वीट के माध्यम से रामनगर में हो रही असुविधा के लिए ट्वीट कर जानकारी प्रदान की व आग्रह किया कि रामनगर की जनता को यह सुविधा मुहैया कराई जाए अतः साथ ही रामनगर के बड़े-बड़े जनप्रतिनिधि व रामनगर क्षेत्र के विधायक व एमएलसी को भी विनम्र आग्रह युवाओं द्वारा क्रमशः सरदार मंजीत सिंह, विकाश राज शर्मा, प्रदीपराज गोविंद यादव, अमित पटेल, धनंजय साहनी, दीपक मौर्य एडवोकेट, सुजीत गुप्ता, चंदन कुमार, मोनू साहनी, अजय साहनी ने दिया।