काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद के मामले में आज वाराणसी में सुनवाई की गई..

काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद के मामले में आज वाराणसी में सुनवाई की गई..

वाराणसी : हिंदू पक्ष का कहना है की यहां अनादि काल से स्वयंभू भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग स्थापित है विध्वंस कार्यों और आक्रमणकारियों द्वारा इस मंदिर को तोड़ा गया और हिंदुओं द्वारा इस मंदिर में पूजा पाठ ना हो इसके लिए अवरोध उत्पन्न कर दिया गया आज एस मंदिर को तोड़कर एक अवैध ढांचा बना दिया गया जिसे मस्जिद कभी नही कहा जा सकता है l यह विवाद है जो आज सिविल डिवीजन कोर्ट वाराणसी में फास्ट ट्रेक कोर्ट द्वारा पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने के लिए मंदिर पथ से प्रार्थना पत्र दिया गया था जिसकी सुनवाई में माननीय न्यायालय द्वारा विपक्षियों को अंतिम अवसर दिया गया लेकिन आज फिर अंजुमन इंतजा मियां के अधिवक्ता द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें वाद को टालने के लिए यह आधार बताया कि इसी वाद से संबंधित बाबत सुप्रीम कोर्ट में दो रीट याचिका लंबित है और इसी बाद में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों के विवाद को सुनकर उनके तथ्यों के निर्णय को सुरक्षित कर लिया है उनका कथन यह था कि उच्च न्यायालय के निर्णय आने तक दोनों पक्षों की सुनवाई करके उसका परिणाम सुरक्षित कर लिया जाएगा कहने का तात्पर्य यह था कि निस्तारण के पश्चात उसके निर्णय आने तक इस बात पर सुनवाई की जाए जबकि न्यायालय ने यह कहा कि इस बात के लिए अभी तक कोई साक्ष्य नहीं हुआ है और ना ही इस बात के फाइनल डिसीजन हुआ है अभी अंतर्भरती प्रार्थना पत्र जारी है जिसकी सुनवाई अभी हो रही है इसके लिए माननीय उच्च न्यायालय द्वारा कोई सरोकार नहीं है या विवाद अत्यंत प्राचीन है अतः इसकी सुनवाई दिन प्रतिदिन त्वरित व गतिशील माध्यम से होना चाहिये

संवाददाता गणेश कुमार