नेहरू के काले क़ानून से सनातन संस्कृति को आजादी दिलाएं माननीय प्रधानमंत्री जी आचार्य नंद किशोर जी महाराज
मिर्जापुर /प्रेस वार्ता कर भावुक हो उठे महाराज जी उन्होंने कहा कि धन को एकत्रित करना सहज है!लेकिन संस्कारो को एकत्रित करने के लिए हमारे ऋषि,मुनियों,धर्माचार्यो, धर्मगुरुओ, तीर्थ स्थलो ,मंदिरो, मठो, के तीर्थ पुरोहितों ,पुजारियों के द्वारा सदियों से निर्धारित किया जाता रहा है।जो वंशानुगत परम्परा से चलायमान रहा है।देश भारत के सर्वाधिक महत्वपूर्ण सत्य सनातन संस्कृति जिसमे मधुरता,संस्कार,सत्यता,निर्मलता,देश प्रेम, विश्व के कल्याण की कामना कर सन्देश व् प्रार्थना करने वाले संगठन ,समुदाय को नेहरू ने आर्टिकल 30,30A और HR&CE एक्ट 1951 के काले कानून को पारित कर सनातन व संस्कृति से खिलवाड़ किया है।जिसका नतीजा देश में घनघोर अमानवीय ,असवैधानिक, अमर्यादित, कार्य नित निरंतर हो रहे है।विनम्र निवेदन बारंबार करते है।सभी सनातनी लोगो की तरफ से कि नेहरू के इन सभी विषधारी काले कानूनों को अति शीघ्र समाप्त कर सनातन पर लगे ग्रहण को समाप्त कर सनातन व संस्कृति को पुनः समृद्धिवान कर आजादी दिलाने की कृपा करें। समस्त देशवासी देश के माननीय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी का आभार सदैव व्यक्त करेंगे।
मिर्जापुर ब्यूरो गुड्डू खाँ की रिपोर्ट