केनरा बैंक मामलें में एक और महिला गिरफ्तार...
वाराणसी। केनरा बैंक से जुड़े अर्दली बाजार और लहरतारा की शाखाओ से लोन लेने के लिए बैंक में नकली सोना गिरवी रखकर 85 लाख रुपए गबन के मामलें में गुरुवार को मड़ुवाडीह पुलिस ने एक और महिला अभियुक्ता को गिरफ्तार कर लिया। इसके पहले मुख्य साजिशकर्ता बैंक के ज्वेल आपरजेर रवींद्र प्रकाश सेठ सहित 12 की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। इस पूरे सिंडिकेट का पता तब चला जब बैंक द्वारा सुपर वैल्यूएवर द्वारा तसल्ली के लिए दोबारा सोने की जांच करवाई गई, जिसके बाद नकली सोने की पुष्टि हुई थी। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज तक शांति से गिरोह का पता लगाना शुरु किया।
मड़ुवाडीह प्रभारी निरीक्षक परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि आज राजघाट निवासी आशा विश्वकर्मा को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब तक कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी जबकि एक अभियुक्त ने न्यायालय में समपर्ण कर दिया है। अभी इस मामले में तीन अन्य अभियुक्तों की तलाश है। पुलिस से पूछताछ में आशा विश्वकर्मा ने बताया वह केनरा बैंक की शाखा लहरतारा वाराणसी से गोल्ड लोन
इसी वर्ष मई महीने के 31 तारीख को को 2 लाख रुपये लिया था। लोन लेने के लिए रविन्द्र कुमार व प्रतीक रस्तोगी ने सोना लाकर दिया था, जिसको रविन्द्र प्रकाश सेठ द्वारा सही सोना का प्रमाण पत्र देने के बाद ज्वेल आपरजेर लोन स्वीकृत हुआ था। उस लोन के पैसे से रविन्द्र ने मात्र आशा विश्वकर्मा को 10 हजार रुपये दिया और कहा कि आपको दिक्कत नहीं होगी क्योंकि लोन लेने के लिए गिरवी के रुप मे सोना रखा गया है। आशा लालच में आकर केनरा बैंक के गोल्ड लोन के फ्राड में शामिल हो गयी थी।