जंसा थाना क्षेत्र के राखी नेवादा गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर बजे लाठी-डंडे, वह चले इट
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वाराणसी : उपजिलाधिकारी राजातालाब को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया, जिस जिलाधिकारी महोदय के आदेश से भूमि को कब्जे से मुक्त कराने के लिए दिनांक 9.1.21 को समय लगभग 18:00 बजे राजस्व निरीक्षक राजा तालाब, लेखपाल, कानूनगो, प्रभारी निरीक्षक जन्सा, चौकी प्रभारी रामेश्वर आदि पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर भूमि को कब्जे से मुक्त कराने का प्रयास किया गया परंतु अनुसूचित जाति के लोगों के प्रबल विरोध के कारण भूमि को कब्जे से मुक्त नहीं कराया जा सका और उक्त स्थल से अंबेडकर की प्रतिमा नहीं हटाई जा सकी। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भूमि को कब्जे से मुक्त कराए जाने के लिए आज दिनांक 10-01-21 को प्रभारी निरीक्षक जंसा, थानाध्यक्ष लोहता एवं नायब तहसीलदार राजातालाब के साथ पुलिस बल की उपस्थिति समय 15:25 बजे में अंबेडकर प्रतिमा को उखाड़ने की कार्यवाही प्रारंभ की गई । कार्यवाही पूर्ण होने के उपरांत डीसीएम पर लादकर अंबेडकर प्रतिमा को ले जाते समय 15:45 बजे हरिजन बस्ती के लगभग 150-200 स्त्री-पुरुष एवं युवकों-युवतियों द्वारा गांव के खड़ंजा मार्ग को सीमेंट की पाइपों से अवरुद्ध कर दिया गया तथा हाथों में लाठी डंडा एवं ईंट पत्थर लेकर विभिन्न दिशाओं से
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पत्थरबाजी प्रारंभ कर दी गयी,जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों एवं पत्रकारों को चोटें भी आई हैं। पुलिस बल द्वारा हल्का बल प्रयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ा गया। जेसीबी के माध्यम से अवरुद्ध हुए खड़ंजा मार्ग को खोलकर मूर्ति को ले जाया गया। गांव से बाहर निकलने के बाद उपद्रवियों द्वारा सड़क पर आकर पुनः पुलिस टीम पर पथराव प्रारंभ कर दिया गया। अभी तक उपद्रवियों में से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस द्वारा अन्य विधिक कार्यवाही अमल में लाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि उक्त बंजर भूमि गांव के ही ब्राह्मण बिरादरी के लोगों के महुआ के पेड़ खड़े हैं।