महंत अनिल दास का आरोप- प्रमोद दास को महंत होने की घोषणा नहीं कर सकते विवेकदास

महंत अनिल दास का आरोप- प्रमोद दास को महंत होने की घोषणा नहीं कर सकते विवेकदास

वाराणसी। प्रमोद दास को महंत होने की घोषणा नहीं कर सकते विवेकदास। विवेका दास ने 24 माह आचार्य महंत मूल गादी मठ सदगुरु कबीर चौरा वाराणसी मटका आचार्य महंत ना होते हुए भी 25 में आचार्य महंत के नाम की उद्घोषणा प्रमोद दास की है। घोषणा की खंडन करते हुए महंत अनिल दास ने कहा कि साहेब के नाम रजिस्टर्ड वसीयत संपूर्ण भारत देश एवं भारत देश से बाहर चल अचल संपत्ति मंदिर ट्रस्ट इत्यादि पर देखरेख धर्म कबीर पंथ परंपरा के प्रचार प्रसार हेतु उद्घोषक किया गया है। जिसके बाद चल अचल संपत्ति मठ मंदिर एवं अन्य वैधानिक स्थानों पर 24 में आचार्य महंत अनिल दास का गंगा शरण दास ब्रह्मविलीन हो गए। जिसके उपरांत चल-अचल संपत्ति मठ मंदिर एवं अन्य वैधानिक स्थानों पर 24 में आचार्य महंत अनिल दास का स्थानांतरण की कार्रवाई चल रही है। जिसमें विवेकानंद आपत्ति करता भी हैं हम 24वे आचार्य महंत अनिल दास को भलीभांति जानता और पहचानता है।

 आचार्य महंत अनिल दास को जिलाधिकारी वाराणसी शिष्टाचार मुलाकात के माध्यम से विवेकदास के कृत्यों से अवगत कराते हुए सदगुरु कबीर दास मुलगादी मंदिर मठ कबीर चौरा वाराणसी पर अवैध कब्जा विवेकानंद को हटाकर स्वयं को स्थापित एवं धर्म धार्मिक कार्यो के संचालन हेतु करने की वार्ता की 

  गणेश कुमार की रिपोर्ट