शिवपुर थानाध्यक्ष ने अपनी सोच व दूरदर्शिता से शिवपुर थाना परिसर में किया कायाकल्प – शिवपुर थानाध्यक्ष राजीव रंजन उपाध्याय

शिवपुर थानाध्यक्ष ने अपनी सोच व दूरदर्शिता से शिवपुर थाना परिसर में किया कायाकल्प – शिवपुर थानाध्यक्ष राजीव रंजन उपाध्याय

वाराणसी : वो लौ बार-बार जलती थी,और हर बार हवा का झोंका उसे बुझा देता।बावजूद उस लौ ने जलना नहीं छोड़ा, और आज ये एक बड़े बदलाव की लौ बन चुकी है।आलम यह है, कि शिवपुर थानाध्यक्ष की चर्चा हर एक व्यक्ति की जुबां पर है। जो नित प्रतिदिन कामयाबी की नई-नई इबारत लिख रहे हैं। और ये सब मुमकिन हुआ है, एक अफसर की नई सोंच, बुलंद हौसलों और मजबूत इरादों के दम पर। एक ऐसे पुलिस अधिकारी, जिन्होंने सामाजिक बदलाव को ही अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया।वैसे तो जब किसी पुलिस अधिकारी का जिक्र होता है, तो दिमाग में एक सख्त और रौबदार अफसर की छवि उभर आती है, नीली बत्ती वाली गाड़ी, सरकारी तामझाम और जी हुजूरी करते मुलाजिम। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनका अलहद अंदाज जनता का दिल जीत लेता है, वो अपनी जिम्मेदारियों से ज्यादा इंसानियत को तवज्जो देते हैं। उनके लिए किसी पद के कोई मायने नहीं होते। वो काम के प्रति भी बखूबी अपना दायित्व निभाते हैं, और सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। सिस्टम में मौजूद विसंगतियों से विचलित होने के बजाए हालात और समाज को बदलने के लिए वो जी-जान से जुट जाते हैं। ऐसे ही एक दमदार शख्सियत हैं () पुलिस इंस्पेक्टर और वर्तमान में शिवपुर थानाध्यक्ष राजीव रंजन उपाध्याय।जिन्होंने अपने अथक प्रयासों व जन सहयोग से वाराणसी जनपद के कई थानों का कायाकल्प कराया, जिनमें मुख्य रुप से थाना कैंट व भेलूपुर थाना शामिल है।आपको बता दें, कि 28 नवंबर 20 को श्री राजीव रंजन उपाध्याय के निरंतर मेहनत व कर्तव्यनिष्ठता के परिणाम स्वरुप शिवपुर थानाध्यक्ष के लिए सपनों के पंख दिए।साथ ही अपनीसंवेदनशीलता और कार्यशैली से ब्यूरोक्रेसी को लेकर आम आदमी की सोच बदली और प्रशासन के प्रति जनता में विश्वास भी पैदा किया।

मजबूत इरादों वाले इंस्पेक्टर, जिनके लिए कुछ भी नहीं है नामुमकिन वर्तमान में शिवपुर थाने की कायाकल्प करने में पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं उन्होंने बताया इससे जनपद की कैंट व भेलूपुर की तस्वीर बदल चुके हैं शिवपुर थाने की कायाकल्प हुआ कार्य शिवपुर थानाध्यक्ष के कार्य की प्रशंसा क्षेत्रवासियों में हो रही है वही थाने में आने वाले मामलों की संख्या में भी कमी आई है क्योंकि मामला आते ही उसका त्वरित निस्तारण कराने में माहिर है शिवपुर थानाध्यक्ष

वि‍भागीय चुनौति‍यों के बीच संवार रहे थाना 

 कानून व्यवस्था के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते हुए पुलिस अधिकारियों को शायद ही मौका मिलता हो कि वह अपनी ड्यूटी के अलावा कुछ नया और रचनात्‍मक कार्य कर पाएं क्योंकि विभाग में काम की चुनौतियां ही इतनी ज्यादा हैं, कि‍ कुछ भी सोचने का वक्‍त ही नहीं मि‍लता। वैसे तो शि‍वपुर थाने पर कई थानेदार पोस्ट हुए और अपनी ड्यूटी करते हुए उनका ट्रांसफर भी हो गया, 

  यदि आप कुछ वर्ष पूर्व शिवपुर थाने पर आए हों और अब वर्तमान में आप शिवपुर थाने पर आएंगे तो यहां की पूरी की पूरी तस्वीर ही आपको बदली हुई नजर आएगी। 

बैरक और मंदि‍र से शुरू हुआ कायाकल्‍प 

 इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय ने बताया कि यहां आने के पश्चात सबसे पहले एक बैरक और परिसर में स्‍थि‍त प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया। इसके बाद थानाध्‍यक्ष के कार्यालय, मालखाना, पुरुष पुलिस कर्मियों के लिए अलग तथा महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग बाथरूम की व्यवस्था और सबसे बड़ी समस्या जो थी मेस की उसे दूर करते हुए एक आधुनिक भोजन कक्ष बनाया गया है। 

फरियादियों के लिए लगायी गयी है शि‍कायत पेटि‍का 

 इसके अलावा थाना प्रभारी कक्ष के बाहर एक शिकायत पेटिका भी रखी गई है, जिसमें कोई भी फरियादी जमीन या अपनी कि‍सी अन्‍य कानूनी समस्या से संबंधित प्रार्थना पत्र डाल सकता है। उन्‍होंने बताया कि‍ इस शि‍कायत पेटि‍का को प्रतिदिन थाना कार्यालय से जुड़े कर्मचारी निकालते हैं तथा संबंधित विभागों से तालमेल करके मामले का निस्तारण किया जाता है। 

 शिवपुर संभ्रांत नागरिक बताते हैं कि पहले थाने पर आने वाले लोगों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं थी। मगर अब जीर्णोद्धार के बाद आमजन के साथ ही पुलिसकर्मियों के बैठने की भी यहां समुचित व्यवस्था है व पीने के स्वच्छ जल के साथ साथ अन्‍य व्‍यवस्‍थाएं भी मौजूद हैं। स्वयं थाना प्रभारी जिस कार्यालय में बैठते हैं आप उस कार्यालय को भी नहीं पहचान पाएंगे, क्योंकि उस पूरे कार्यालय की तस्वीर ही बदल चुकी है। चमचमाती टेबल, आगंतुकों के लिए वीआईपी कुर्सियां, व्यवस्थित पर्दे, वॉल पेंटिंग वगैरह कार्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। 

फूलों के गमले बढ़ा रहे शोभा 

 पूरे थाने की क्लीन फर्श उसके किनारे लगे फूलों के गमले थाना परिसर की शोभा बढ़ा रहे है। इसे मेंटेन रखने के लि‍ये स्‍वयं थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय अपने अधिनस्‍थों को लगातार निर्देश देते रहते हैं। थाने को सुव्‍यवस्‍थि‍त बनाये रखने के लि‍ये सभी कर्मचारि‍यों को अलग अलग जि‍म्‍मेदारी दी गयी है, चाहे सिपाही हो या सब इन्स्पेक्टर सबके कार्यो पर पैनी नजर रखते हुए प्रभारी नि‍रीक्षक की ओर से उनका मनोबल भी बढ़ाया जाता है। 

क्‍योंकि‍ टीम वर्क जरूरी है... 

 इंस्‍पेक्‍टर राजीव रंजन उपाध्‍याय ने बताया कि‍ थाने के रोजमर्रा के लॉ एंड ऑर्डर के कामों को नि‍पटाने के साथ ही यहां पर तैनात हमारी पूरी पुलि‍स टीम पूरे मनोयोग से थाने को एक मॉडल थाना बनाने में जुटी हुई है। वि‍शेषतौर पर सब इंस्‍पेक्‍टर आनंद चौरसिया, सब इंस्‍पेक्‍टर दान बहादुर पाल, सब इंस्‍पेक्‍टर अमरीश राय, सब इंस्‍पेक्‍टर प्रकाश सिंह, हेड कांस्टेबल अखिलेश कुमार यादव, हेड कांस्टेबल सतीश कुमार भारती, हेड कांस्टेबल सुनील श्रीवास्तव व कांस्टेबल हरेंद्र यादव की टीम अपने शि‍वपुर थाने को साफ सुथरा और खूबसूरत बनने के लि‍ये अलग अलग तरह से अपना योगदान देते है। 

काशी के कोतवाल का आशीर्वाद भी जरूरी है... 

 वैसे तो मान्यता है कि काशी में कोई भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी पोस्ट होकर आता है तो सर्वप्रथम बाबा विश्वनाथ और काशी के कोतवाल का दर्शन करने के पश्चात ही वह कार्यभार ग्रहण करता है, लेकि‍न शिवपुर थाना एकमात्र थाना है जहां प्रतिदिन काशी के कोतवाल बाबा भैरवनाथ का दर्शन करके ही कार्य की शुरुआत की जाती है। खुद इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय प्रतिदिन अपने कार्य की शुरुआत के पहले काशी के कोतवाल बाबा भैरवनाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हैं।