विश्वकर्मा महासभा ने की मांग, सामाजिक न्याय के लिए जातिवार जनगणना जरुरी : अशोक विश्वकर्मा
वाराणसी /रामनगर l रामनगर दुर्गा मंदिर पोखरा के समीप स्थित सुंदरम वाटिका में ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा समाज के सर्वांगीण विकास एवं सत्ता में भागीदारी सामाजिक एकजुटता के बिना संभव नहीं है। इसलिए निहित स्वार्थ का त्याग करके सामाजिक बिखराव को रोकने के फार्मूले पर मिलकर काम करना होगा। विश्वकर्मा समाज के लोग राजनीतिक षड्यंत्र और उपेक्षा के शिकार होकर सामाजिक न्याय और समता के अधिकारों से आज भी वंचित है। सामाजिक न्याय और समान भागीदारी के लिए देश में जातिवार जनगणना होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि 1931 की जनगणना के आधार पर ही मंडल कमीशन ने ओबीसी की आबादी 52 फ़ीसदी बताई
, आजादी के बाद देश का विभाजन हुआ और आबादी का एक बड़ा हिस्सा पड़ोस में चला गया। 1951 से 2011 तक कराई गई, जनगणना में संवैधानिक बाध्यता के चलते अनुसूचित जाति और जनजातियों की गणना हुई किसी दूसरी जाति की नहीं। सर्व समावेशी समाज तथा सामाजिक न्याय के लिए जातिवार जनगणना जरूरी है। बैठक में राम नगर के संगठनात्मक इकाई के अध्यक्ष पद पर श्री श्याम कुमार विश्वकर्मा को सर्वसम्मति से नियुक्त किया गया। बैठक में प्रमुख रूप से सर्वश्री नंदलाल विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा महेंद्र विश्वकर्मा श्याम जी विश्वकर्मा सतनाम सिंह मनोज कुमार विश्वकर्मा धर्मेंद्र विश्वकर्मा सोनू विश्वकर्मा विमलेश विश्वकर्मा विश्वकर्मा अमरेश विश्वकर्मा आलोक विश्वकर्मा रामलाल विश्वकर्मा विकास विश्वकर्मा मनोज कुमार विश्वकर्मा शिवाजी विश्वकर्मा विश्वकर्मा विनोद सेठ सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट अरविन्द वर्मा