खबर चलाना पड़ा महंगा, पत्रकारों सहित पांच पर लिखा मंगलपुर पुलिस ने मुकदमा

खबर चलाना पड़ा महंगा, पत्रकारों सहित पांच पर लिखा मंगलपुर पुलिस ने मुकदमा

कानपुर देहात / कानपुर देहात पत्रकारों को खबर कवरेज करना पड़ा महंगा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हवासपुर ब्लाक संदलपुर में मरीज के तीमारदार के साथ डॉक्टर और कर्मचारी कर रहे थे मारपीट मिली जानकारी के मुताबिक मौके पर पहुंचे पत्रकार शिवम कुमार ने खबर कवरेज करने की कोशिश की तो अस्पताल अधीक्षक महेश नाथ विश्वकर्मा और अर्चना चौरसिया और योगेश शुक्ला सहित स्टाफ के मौजूद सभी कर्मचारियों ने पत्रकार को खबर कवरेज करने से मना किया ना मानने पर उसका मोबाइल छीन लिया और मारपीट करने लगे और उसके फोन से की गई खबरें को डिलीट कर दिया

मिली जानकारी के मुताबिक संदलपुर ब्लॉक के साहनीपुर गांव की गीता कटियार अपने भाई के साथ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हवासपुर में कल लगभग 9 बजे इलाज कराने के लिए आई थी इलाज सही से ना होता देख गीता कटियार के भाई विमल कटियार ने डॉक्टर साहब से कहा साहब मेरी बहन की हालत ज्यादा खराब हो रहे इसको देख लीजिए जिससे गुस्साए डॉक्टर ने अपने साथियों के साथ विमल कटियार के साथ लात जूतों से जमकर मारपीट करने लगे जैसे इसकी सूचना मीडिया कर्मी शिवम का कुमार को मिली तो वे मौके पर पहुंच गए और खबर को कवरेज करने लगे खबर कवरेज करने से गुस्साए अस्पताल अधीक्षक और उनके स्टाफ के लोगों ने शिवम कुमार का मोबाइल छीन लिया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी इसके बाद और भी पत्रकार मौके पर आ गए जिसमें मीडिया कर्मी सागर भारतीय अवधेश मिश्रा सुनील राजपूत और अन्य मीडिया कर्मियों ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से खबर को प्रसारित किया जिससे स्वास्थ्य महकमे की कारगुजारी सबके सामने आ गई

जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों द्वारा मीडिया कर्मी शिवम कुमार सागर भारतीय अवधेश मिश्रा सुनील राजपूत को पुलिस की सांठगांठ से फर्जी मुकदमे में फंसा दिया और गंभीर धाराओं में मंगलपुर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया जबकि पीड़ित पत्रकार शुभम कुमार द्वारा पहले तहरीर दी गई थी और 8 घंटे बाद मुकदमा दर्ज किया गया इससे पहले पुलिस की सांठगांठ होने से डॉक्टरों ने पहले अपना मुकदमा दर्ज करा लिया

अब सोचने वाली बात यह है कि मंगलपुर पुलिस पत्रकारों पर किस तरह से हावी होती नजर आ रही है बिना किसी ठोस साक्ष्य सबूत बिना किसी जांच के मंगलपुर थाना पुलिस ने पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करके उनकी आजादी को छीनने की कोशिश की है जबकि पत्रकार समाज में फैली बुराइयों का उजागर करने का कार्य करते हैं और ऐसे में बिना किसी ठोस साक्ष्य बिना जांच के फर्जी मुकदमे लगा कर पत्रकारों की आजादी कैद करना अपने आप में एक बड़ा सवाल पैदा करता है फिलहाल इस मामले में मंगलपुर इंस्पेक्टर अमरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया दोनों पक्षों से तहरीर प्राप्त हुई थी मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है