राकेश टिकैट का पूर्वांचल दौरा, युवा किसानों को आंदोलन से जोड़ने की कवायद
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गाजीपुर : दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 100 दिनों से भी ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन की अगुवाई किसान नेता राकेश टिकैत कर रहे हैं, और किसान आंदोलन को अब तक राजनीतिक समर्थन भी प्राप्त होता रहा है । इसी क्रम में अब गाजीपुर में भी समाजवादी पार्टी का किसान आंदोलन को समर्थन मिला। राकेश टिकैत आज बलिया के सिकंदरपुर में किसान महापंचायत को संबोधित करने जा रहे थे । इससे पूर्व वह गाजीपुर में मीडिया से मुखातिब हुए और बताया कि यूपी में भी संघर्ष जारी रहेगा । क्योंकि यह लड़ाई पूरे देश की है। यह तीन बिल जो आ रहे हैं किसान विरोधी हैं। भारत सरकार इसे जब तक वापस नहीं लेती तब आंदोलन जारी रहेगा। जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। व्यापारी आएंगे बड़ी-बड़ी कंपनियों के माध्यम से देश को लूटा चाहते हैं। यहां के किसानों को हम बताएंगे जो उनका इशू है उससे वह जुड़ें । गांव गांव से किसान जुड़े रहे हैं क्योंकि यह पूरे भारत का आंदोलन है पूर्वांचल क्रांतिकारियों की भूमि रही है । यहां से जो भी आंदोलन शुरू हुआ है वह सफल रहा है। इस बात का इतिहास गवाह रहा है। राजनीतिक दलों को भी किसानों का साथ देना चाहिए क्योंकि विपक्ष का मजबूत होना भी बहुत जरूरी है।
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वहीं हरियाणा के राजनीति संकट पर बोलते हुए कहा कि वहां के विधायकों को किसानों और जनता का साथ देना चाहिए। ऐसा भी नहीं है कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर नहीं गया और वह आंदोलन से नहीं जुड़ा, यह एक वैचारिक क्रांति है। इस दौरान उन्होंने 13 मार्च को पश्चिम बंगाल जाने की भी घोषणा किया। सरकार किसानों की कमेटी को जैसे पहले बुलाती थी वैसे अब बुलाना नहीं चाहती। यदि इस दौरान प्रधानमंत्री बातचीत के लिए बुलाते हैं तो हम जाने को तैयार हैं। बशर्ते जो भी व्यक्ति मध्यस्था करें उसे उचित निर्णय लेने का पावर हो। वही राजनीति से संबंध के बारे में पूछने पर कहा कि हमारे तो सभी से संबंध रहे हैं अखिलेश यादव से भी रहे हैं वही बीच के रास्ते की संभावना पर बोलते हुए कहा कि अभी हम इस लाइन पर गए ही नहीं है एमएसपी पर कानून बनने तक जंग जारी रहेगा।
संवाददाता डॉ विकास शर्मा