वाराणसी में ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर, बोले जिलाधिकारी घबराए नहीं, कोविड मरीजों के लिए समस्त सुविधाएं उपलब्ध
वाराणसी : कोरोना का संक्रमण उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अपना पांव पसार चुका है। राजधानी लखनऊ और प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में हालात बेकाबू होते जा रहे है। अधिकतर अस्पतालों में लगभग सभी बेड फुल हो चुके हैं। वहीं कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की रोजाना मांग भी बढ़ती जा रही है। ऑक्सीजन के प्रबंध को लेकर जिला प्रशासन लगातार सख्त कदम उठा रही है। पीएम मोदी ने भी ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की और निर्देश दिये है।
वहीं, ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए ब्लैकमेलर कालाबाजारी करने में भी जुट गए है। ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग को रोकने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन ने भी पूरी तरह कमर कस ली है। जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए जिले के सभी ऑक्सीजन डीलरों के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। जिससे की इसकी कालाबाजारी रोकी जा सके।
कमिश्नर एवं डीएम ने गत दिनों डीलरों के साथ बैठक कर स्पष्ट कर दिया था कि सबसे पहले अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। जिला प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए कालाबाजारियों पर नकेल कस दी है।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि जिले के सरकारी हास्पिटल में कोविड मरीजों के लिए आक्सीजन, आइसीयू सहित समस्त सुविधाएं उपलब्ध हैं। किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस, समय से अपनी समस्या से स्वास्थ्य विभाग या कोविड कमांड सेंटर को अवगत कराएं। नामित कोविड एल-2 व एल-3 हास्पिटल में भी चिकित्सीय सुविधाएं पर्याप्त हैं, जो कोविड मरीजों को उपलब्ध भी कराई जा रही हैं।
सरकारी कोविड अस्पतालों को उनकी मांग के अनुसार इंजेक्शन रेमेडिसवीर निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही निजी कोविड अस्पतालों को सस्ते दरों पर रेमेडिसवीर दिलाई जा रही है।