FDI सीमा बढ़ाने और LIC में 15 % हिस्सेदारी बेचे जाने का लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन ने किया विरोध
वाराणसी। इंश्योरेंस सेक्टर के अंतर्गत 74 % एफडीआई के साथ ही भारत सरकार द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम के अंदर अपनी हिस्सेदारी का 15 % बेचे जाने के खिलाफ ऑल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन ने गुरुवार को भारतीय जीवन बीमा निगम मंडल कार्यालय में सरकार के इस निर्णय के विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी अभिकर्ताओं को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएल ठाकुर ने कहा की सरकार का यह निर्णय ना तो जनहित में है ना तो देश हित में है, ना तो संस्था और कर्मियों और पॉलिसी धारकों के हित में है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम जो एशिया की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था के रूप में भारत सरकार को सदैव लाभ देने का कार्य करती है। ऐसी स्थिति में भारतीय जीवन बीमा निगम की सरकारी संरक्षण पर प्रश्नचिन्ह उठाना कहीं से भी उचित नहीं है। इसे सरकारी संस्था होने का लाभ सदैव मिला है। सरकार को पालिसी धारकों का अटूट विश्वास है इस संस्था के प्रति , इस विश्वास को खोने का अगर कार्य भारत सरकार करती है तो इससे होने वाले नुकसान की भरपाई करना बेहद कठिन होगा।
संगठन सांकेतिक हड़ताल के माध्यम से सरकार को यह चेतावनी देना चाहता है कि इस कदम को सरकार वापस ले नहीं तो आगे संस्था पालिसी धारकों, अभिकर्ताओं, कर्मियों सहित देश हित में प्रबल लड़ाई लड़ने के लिए विवश होगा।
इस दौरान प्रदर्शन स्थल पर आरके त्रिपाठी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, त्रिलोकी राम अध्यक्ष अरविंद उपाध्याय, महामंत्री राजेश कुमार सिंह, भूतपूर्व डिविजनल काउंसिल अध्यक्ष अब्दुल जब्बार, अध्यक्ष स्वर्ण सिंह अध्यक्ष, संत कुमार तिवारी, सुनील शर्मा, संजय शुक्ला, रमेश सिंह, जीएन नागर, अतुल चौबे, अजय कुमार, संजय कुमार, रामकृष्ण, वीरेंद्र शर्मा, सुनील प्रजापत सहित अन्य लोग मौजूद रहें।
विशाल कुमार मौर्य की रिपोर्ट