धरने पर बैठे किसान फैला रहे भ्रम, कृषि कानून की कमियों पर नहीं कर रहे चर्चा...
वाराणसी। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बुधवार को वराणसी आये। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि बनारस और चंदौली या आसपास के किसी अन्य जिले में कहीं कोई प्रदर्शन हो रहा है। प्रदेश के बॉर्डर पर कुछ लोग बैठ कर गलत तथ्य के आधार पर भ्रांतियां पैदा कर देश की जनता को गुमराह करना चाहते हैं। भारत सरकार ने 11 बार बातचीत का प्रयास किया और बार-बार यही पूछा कि क्या कमियां हैं, हम उन्हें दूर करने को तैयार हैं। मगर, वह कमियां नहीं बता पा रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने किसान आन्दोलन के मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा कि किसान सिर्फ यही जिद कर रहे हैं कि कानूनों को निरस्त कर दिया जाए। वह कोई चर्चा या बहस भी नहीं चाहते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि वे लोग किसानों के हितैषी नहीं है। अगर वे लोग किसानों के हितैषी होते तो तर्कपूर्ण तरीके से सरकार को कृषि कानूनों की कमियों के बारे में बताते और उनमें सुधार किया जाता।
वहीं उन्होंने बताया की आने वाले समय में पूरे प्रदेश में उत्तर प्रदेश सरकार कृषि कल्याण केंद्र की स्थापना करने जा रही है, जिसमें वाराणसी मंडल में कुल 15 कृषि कल्याण केंद्र प्रस्तावित है। इसमें जनपद वाराणसी में 5 केंद्र स्थापित किए जाएंगे जिससे किसानों को बेहतर सुविधा मिल पाएगी। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य एक छत के नीचे बीज, उर्वरक और उन्नत कृषि की टिप्स और प्रशिक्षण किसानों को मुहैया करवाना है।
दावा किया की आने वाले समय में हम फिर यूपी विधानसभा में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रहे है। हमारे साथ किसानों का भी समर्थन है और जनता का भी। हमने सबकी चिंता की है।
विशाल कुमार की रिपोर्ट